मानव सभ्यता इस वक्त एक बहुत नाज़ुक समय से गुजर रही है। बहुत से लोग अपनी जीवन शैली और सामाजिक व्यवस्था से असंतुष्ट या बीमार होकर इसको समझने और विकल्पों की खोज में लग गए हैं। पारिवारिक और सामाजिक व्यवस्था के स्तर पर नए प्रयोग हो रहें हैं, विकल्प ढूंढे और सुझाए जा रहें हैं।